नई दिल्ली (इन्द्रेश मिश्र) , विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने नियमों को ताक पर रखते हुए विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर ऑनलाइन पीएचडी कोर्स कराये जाने के मामलों के सामने आने के बाद छात्रों और अभिभावकों को सावधान किया है। यूजीसी की ओर से कहा गया है कि आनलाइन पीएचडी मान्य नहीं है। इसलिए इस तरह के प्रस्तावों को गंभीरता से न लें और न ही भूलकर इनमें दाखिला लें।
शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े विभिन्न प्रकार के प्राइवेट संस्थानों और कंपनियों के इस तरह के प्रलोभनों के द्वारा किये जा रहे फर्जीवाड़े को लेकर यूजीसी के साथ- साथ एआइसीटीई ( आल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्नीकल एजुकेशन) ने भी छात्रों को अलर्ट किया है। उच्च शिक्षा से जुड़े इन नियामकों की ओर से शिक्षा से जुड़े प्राइवेट संस्थाओं और कंपनियों के फर्जीवाड़े को लेकर इस साल में दूसरी बार ऐसा अलर्ट जारी किया गया है। शिक्षा से जुड़ी इन निजी कंपनियों की ओर देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों और कालेजों से संबद्धता लेकर ऑनलाइन कोर्स में दाखिले का प्रस्ताव दिया जा रहा था। यूजीसी ने उस समय भी साफ किया था कि कोई भी विश्वविद्यालय या कालेज से संबद्धता लेकर ऑनलाइन कोर्स नहीं संचालित हो सकते है।




