
डॉ. नीतेश ठाकुर
दिल्ली ब्यूरो
मैथिली कला साहित्य व सिनेमा जगत के महानायक रवीन्द्रनाथ ठाकुर की 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वो विगत कुछ वर्षों से कैंसर से पीड़ित थे। उनका अंतिम संस्कार आज हरिद्वार में किया जाएगा। उनके निधन की खबर आते ही पूरे मिथिला क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी।
मशहूर कवि और गायक ठाकुर पुरनिया जिले के धमदाहा के रहने वाले थे। प्रसिद्ध मैथली फिल्म ‘ममता गायब गीत’ के भी गीतकार रहे ठाकुर को प्रसिद्ध साहित्यकार बाबा नागार्जुन ने अभिनव विद्यापति का भी उपनाम दिया था और वे इस उपनाम से भी बहुत मशहूर थे। बिहार सरकार शिक्षा विभाग द्वारा गठित मैथली अकादमी निदेशक सह-सचिव के पद पर भी रहे थे। मिथलाञ्चल के साथ-साथ पूरे देश में मैथली को उन्होने अपनी कलाम और सुर से नयी समृद्धि प्रदान की थी। उनकी पोती मशहूर गायिका परंपरा ठाकुर उन्हींके कदमों पर चल रही हैं। बता दें कि
- प्रबोध साहित्य सम्मान
- मिथिला रत्न सम्मान
- मिथिला विभूति
जैसे ढेरों राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित गायक ठाकुर के गीत अब भी मिथिला के हर घर में गुनगुनाये जाते हैं। उनका न रहना एक असहनीय क्षति है मिथिलाञ्चल ही नहीं पूरे देश के लिए।