एक दिन की बात है कि श्रीरामचंद्रजी और सीताजी बैठे हुए थे ।आपस में बाते हो रही थी ।हनुमानजी की चर्चा छिड़ी तो श्रीरामजी ने कहा – “हनुमान मेरा बड़ा भक्त है ।“सीताजी बोली ” अरे वाह ! आपने यह कैसे जाना ? “वह तो मेरा भक्त है “श्रीरामजी कहा – ” तुम्हे अभी क्या […]