आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय विनय मार्ग स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स दिल्ली में “नारी समागम और स्पर्धा”- महिला स्पोर्ट्स मीट का आयोजन किया, जहां ओलंपियन और राष्ट्रमंडल खेल पदक विजेता, पहलवान विनेश फोगट महिला एथलीटों को संबोधित किया। यह महिला स्पोर्ट्स मीट पूरी तरह से नारी शक्ति को सम्मानित करने के उद्देश्य से की गई।
क्या है “नारी समागम और स्पर्धा”- महिला स्पोर्ट्स मीट?
“नारी समागम और स्पर्धा” महिला स्पोर्ट्स मीट का उद्देश्य महिलाओं में स्वस्थ जीवन शैली अपनाने, आत्मसम्मान, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना है। इसके अलावा सामाजिक कौशल और सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करना है। यह महिला स्पोर्ट्स मीट का दूसरा संस्करण, इसका पहला संस्करण 2021 में आयोजित किया गया था। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए, खेल विभाग ने CCSCSB को 1.55 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है।
कई कार्यक्रम का आयोजन
महिलाओं में खेल की रूचि पैदा करने और उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में इस स्पोर्ट्स मीट का आयोजन किया गया । इस मीट में कई खेल प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें एथलेटिक्स, खो-खो, फुटबॉल, बास्केटबॉल,पावरलिफ्टिंग,बास्केटबॉल,पावरलिफ्टिंग और वॉलीबॉल शामिल है। इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी प्रतिभागियों को भागीदारी प्रमाणपत्र और स्मारिका से पुरस्कृत किया जाएगाकिया गया ।
खेलों इंडिया योजना से मिला लाभ
महिलाओं की खेल के प्रति और रुचि पैदा हो इसके लिए केंद्र सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में एक योजना हैं खेलो इंडिया’ योजना। इसका उद्देश्य देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा दे रही है। आज खेलो इंडिया योजना के तहत, ‘प्रतिभा खोज और विकास’ घटक के तहत देश में 1374 महिला एथलीटों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। खेलो इंडिया योजना भारत को स्पोर्टिंग पावरहाउस बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। आज खेलो इंडिया गेम्स में 2018 से 2020 के बीच महिलाओं की भागीदारी 160 प्रतिशत तक बढ़ चुकी है। इसके अलावा खेलों में व्यापक भागीदारी और उत्कृष्ट प्रदर्शन को बढ़ावा देने के दोहरे उद्देश्यों को प्राप्त करने की दृष्टि से सरकार ने 3165.50 करोड़ रुपये का बजट भी रखा है।
खेल मंत्रालय और महिला और बाल विकास मंत्रालय का साझा प्रयास
आज महिलाएं लगातार ओलंपिक, एशियाई, राष्ट्रमंडल स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर रही है। खेल और शारीरिक फिटनेस के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए खेल मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय मिलकर इस कार्य को आगे बढ़ाने की कोशिशों में लगे हुए है ताकि महिलाओं में और भी ज्यादा खेलों के प्रति रुचि और आत्म-विश्वास पैदा किया जा सके। दोनों मंत्रालयों ने मिलकर महिला शारीरिक शिक्षा शिक्षकों और सामुदायिक प्रशिक्षक के लिए एक ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की, जिसके माध्यम से आज महिलाओं को प्राथमिक, माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में महिला शिक्षकों को फिटनेस प्रशिक्षण देकर सशक्त बनाया जा रहा है। इसके अलावा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और खेलो भारत पहल के माध्यम से आगे बढ़ते हुए, महिला एथलीटों को समर्थन और बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है।