Pravasi Bhartiya Sammelan 2023: प्रवासी भारतीय विदेश में रहते हुए भी देश की अर्थव्यवस्था पर अपना असर छोड़ रहे हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बताया कि वर्ष 2022 के दौरान भारतवंशियों द्वारा देश में भेजी गई रकम इसके पिछले साल के मुकाबले 12 फीसदी बढ़कर करीब 100 अरब अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गई। देश के विकास में प्रवासी भारतीयों के योगदान को रेखांकित करते हुए उन्होंने ये आंकड़े पेश किए।
वर्ल्ड बैंक की माइग्रेशन एंड डेवलपमेंट ब्रीफ 2022 रिपोर्ट कहती है कि विदेश में कमाई करके उसे अपने देश भेजने वालों में प्रवासी भारतीय दुनिया में सबसे आगे हैं। साल 2022 में निम्न और मध्यम आय वाले देशों से भारत आने वाले राशि रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई।
वर्ष 2022 में 2021 के मुकाबले 12 फीसदी ज्यादा रकम आई
भारत में विदेशी निवेश बढ़ रहा है। इसका सीधा असर अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। प्रवासी भारतीय में इसके अहम रोल निभा रहे हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को इंदौर में आयोजित ‘प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन’ के एक सत्र के दौरान कहा, “Covid-19 महामारी शुरू होने के बाद 2022 के दौरान भारतवंशियों ने विदेश से देश में लगभग 100 अरब अमेरिकी डॉलर भेजे जो 2021 के मुकाबले 12 फीसदी ज्यादा है।” उन्होंने कहा, ‘लोगों ने सोचा था कि महामारी के प्रकोप के चलते भारत लौटे पेशेवर शायद लौटकर विदेश नहीं जाएंगे, लेकिन वे वहां पहले के मुकाबले ज्यादा तादाद में रोजगार के लिए गए और पहले के मुकाबले ज्यादा रकम देश में पहुंचाई।’
प्रवासी भारतीय ‘भारत के वास्तविक राजदूत’ – वित्त मंत्री
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रवासी भारतीयों को ‘‘भारत का वास्तविक राजदूत’’ बताया है और उनसे अपील की कि जहां तक संभव हो सके, वे भारत में बने उत्पादों और सेवाओं का इस्तेमाल करें ताकि देश के अलग-अलग ब्रांड का दुनिया भर में प्रचार हो सके। उन्होंने कहा कि भारतवंशियों द्वारा देश के छोटे-बड़े कारोबारियों के साथ भागीदारी भी की जानी चाहिए ताकि आजादी के अमृत काल के दौरान अगले 25 साल में प्रवासी भारतीयों के उद्योग कौशल को भुनाया जा सके।
मजबूती से उभर रहा देश
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि ‘‘चीन प्लस वन’’ नीति के बाद दुनिया अब ‘‘यूरोपीय संघ (EU) प्लस वन’’ नीति की बात भी कर रही है। वहीं वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार बहुराष्ट्रीय कंपनियों के सामने भारत को ऐसे देश के रूप में पूरी मजबूती के साथ ला रही है, जहां वे चीन और EUके अलावा अपने कारखाने को लगा सकती हैं।
भारत चार ‘आई’ पर कर रहा ध्यान केंद्रित
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि भारत सूचना प्रौद्योगिकी, डिजिटल तकनीक, ऑटोमोबाइल, सेमीकंडक्टर डिजाइनिंग, दवा निर्माण व अन्य क्षेत्रों में ज्ञान और प्रगति का वैश्विक केंद्र बन रहा है। वित्त मंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत काल में भारत इंफ्रास्ट्रक्चर, इन्वेस्टमेंट, इनोवेशन और इन्क्लूजन पर काम कर रहा है।
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