16वां ग्लोबल माइनिंग समिट (GMS) और अंतर्राष्ट्रीय खनन और मशीनरी प्रदर्शनी 2022 का कोलकाता के ‘द पार्क होटल’, में शुभारंभ हुआ। इसका आयोजन भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा खान और कोयला मंत्रालय के सहयोग से किया जा रह है। चार दिवसीय सम्मेलन में ग्लोबल माइनिंग समिट (GMS)16 से 17 नवंबर तक निर्धारित है, वहीं आईएमएमई 19 नवंबर 2022 तक जारी रहेगा।
मुख्य बिंदुओं पर एक नज़र
-भारत अब दुनिया में स्टील का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और उपयोगकर्ता है।
-भारत कुल कोयला भंडार के मामले में पांचवें स्थान पर है और दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा कोयला उत्पादक है।
-धातु क्षेत्र में 11.49 लाख लोग कार्यरत हैं, जो कुल रोजगार का 7.06% है।
हर दो साल में खान और कोयला मंत्रालय के सहयोग से CII द्वारा आयोजित ग्लोबल माइनिंग समिट (GMS) और अंतर्राष्ट्रीय खनन मशीनरी प्रदर्शनी, प्रमुख खनन उद्योग कार्यक्रम (IMME) है। इस कार्यक्रम में खनन क्षेत्र के लिए नवीनतम तकनीकों का प्रदर्शन किया जाता है।
खनन मशीनरी प्रदर्शनी क्या है?
ग्लोबल माइनिंग समिट 2022 में खनन, खनिज, मशीनरी और धातुकर्म के नवीनतम तकनीकों और उनके नवीन अनुप्रयोगों, अनुसंधान और विकास, रसद, सुरक्षा और खनन तथा संबद्ध उद्योग के स्वास्थ्य पहलुओं के अभूतपूर्व प्रदर्शन पर केंद्रित रहेगा। यह आयोजन भारत सरकार के कई संबंधित मंत्रालयों द्वारा समर्थित है और इसमें खनिज समृद्ध राज्यों, सार्वजनिक उपक्रमों, बड़े कॉरपोरेट्स, लघु और मध्यम उद्यमों आदि ने भाग लिया है। यह आयोजन उद्यमियों, निर्णय लेने वालों, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, निवेशकों, उद्योग के अग्रणी लोगों, उपकरण आपूर्तिकर्ताओं, खनिकों, इंजीनियरों और प्रतिनिधियों को इकट्ठा करने, मंथन करने, प्रदर्शन करने और सार्थक साझेदारी बनाने के लिए एक अद्वितीय मंच के रूप में काम करता है।
भारतीय कंपनियां की विदेशों में बढ़ रही संख्या
आईएमई वर्षों से, नई पहल, मशीनरी, उत्पादों, प्रौद्योगिकियों के प्रदर्शन तथा लांन्च के लिए एक आदर्श मंच प्रदान कर रहा है और संयुक्त उद्यम स्थापित कर रहा है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय संपर्कों को विकसित और नवीनीकृत कर रहा है। खनन उद्योग परिदृश्य में एक तथ्य यह भी है कि कोयले और लौह अयस्क जैसे खनिजों की स्थिर, दीर्घकालिक आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भारतीय कंपनियों की बढ़ती संख्या विदेशों में प्रयास कर रही है।
अंतरराष्ट्रीय दिग्गज कंपनियां होती हैं शामिल
यह आयोजन वैश्विक खनन कंपनियों को आकर्षित करता है। इस शिखर सम्मेलन में वर्षों से प्रमुख देश भाग लेते हैं, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जर्मनी, यूके आदि शामिल हैं। शिखर सम्मेलन महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय खनन दिग्गज कंपनियों के साथ सहयोग, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और नेटवर्किंग संभावनाओं के लिए एक मंच प्रदान करता है। यह उद्योग जगत में नवीनतम नवाचारों को भी प्रदर्शित करता है। इस कार्यक्रम में दुनिया भर के 10,000 से अधिक व्यवसायी और 400 से अधिक प्रदर्शक भाग लेते हैं।
ग्लोबल माइनिंग समिट 2022 में कैसे हो शामिल
वैश्विक खनन शिखर सम्मेलन 2022 पूर्वी क्षेत्र में शामिल होने के लिए भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) की अधकरिक वेबसाईट पर रजिस्ट्रेशन करना होगा, आप इस लिंक पर क्लिक करके भी अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
बता दें भारत में मुख्य आर्थिक क्षेत्रों में से एक खनन क्षेत्र है। यह आवश्यक कच्चे माल के साथ कई महत्वपूर्ण उद्योगों की आपूर्ति करता है। भारत कुल कोयला भंडार के मामले में पांचवें स्थान पर है और दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा कोयला उत्पादक है। भारत अब दुनिया में स्टील का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और उपयोगकर्ता दोनों है। धातु क्षेत्र में 11.49 लाख लोग कार्यरत हैं, जो कुल रोजगार का 7.06% है।