सोमवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की को रूस-यूक्रेन युद्ध में उनके नेतृत्व के लिए राष्ट्रीय संविधान केंद्र ने उन्हे सम्मानित किया है। ज़ेलेंस्की 2019 में यूक्रेन के राष्ट्रपति बने थे और उनके राष्ट्रपति बनने के 2 साल बाद रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया।
इस बात की आशंका जताई जा रही थी कि रूस यूक्रेन पर आसानी से कब्ज़ा कर लेगा लेकिन रूस को ये अंदाज़ा नहीं था कि यूक्रेन इनते महीनों तक उससे युद्ध करेगा। यूक्रेन की तुलना में रूस उससे 10 गिना ज़्यादा ताकतवर देश है लेकिन फिर भी वो यूक्रेन पर कब्ज़ा नहीं कर पाया।
ज़ेलेंस्की की नेतृत्व में यूक्रेन रूस को कड़ी टक्कर दे रहा है लेकिन अभी तक उसने हार नहीं मानी है और ज़ेलेंस्की को उनके कुशल नेतृत्व के चलते इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
उन्होंने अपने एक वीडियों में बताया कि आज़ादी सबके लिए कितनी महत्त्पूर्ण है और कैसे यूक्रेन के लोग अपनी आज़ादी के लिए लड़ रहे है भले ही उनके बीच कोई मतभेद हो लेकिन जब बात स्वतंत्रता की आती है तो लोगों के लिए देश से बड़ा कुछ नहीं होता।
जैसे ही रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो यूक्रेन के लोग भी बिना कुछ सोचे-समझे रूस से जंग लड़ने के लिए तैयार हो गए। ये दर्शाता है कि लोगों में देश को लेकर कितनी एकजुटता है वरना यूक्रेन के अंदर कुछ ऐसी ताकते भी मौजूद है जो इस देश को तोड़ना चाहती है।