बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब भाजपा को गुजरात में चुनौती देने जा रहे है। राजनैतिक पंडितों के अनुमान लगा रहें है कि नीतीश गुजरात चुनावों में भाजपा के खिलाफ प्रचार करते नगर आयेगें !
बिहार में लंबे समय तक भाजपा के साथ गठबंधन सरकार बनाने के बाद नीतीश कुमार अब आरजेडी और कांग्रेस के साथ है। नीतीश कुमार मौके पाते ही अपनी छवि एक राष्ट्रीय नेता के रूप में दिखा रहे है जिससे वे 2024 के लोकसभा चुनावों में अपनी दावेदारी को और मज़बूत कर सके।
इसी के चलते अब वे भाजपा के गढ़ यानि गुजरात में भी प्रवेश करने की तैयारी में है जिसके लिए उन्होंने वहां की स्थानीय पार्टी बीटीपी( भारतीय ट्राइबल पार्टी) के साथ गठबंधन की भी बात कही। बीटीपी प्रमुख छोटूभाई वसावा ने खुद मीडिया को बताया कि उन्होंने नीतीश कुमार से गठबंधन करने की बात की थी जिसके लिए नीतीश सहमत हो गए।
भारतीय ट्रायबल पार्टी अध्यक्ष छोटूभाई वसावा ने कहा कि नीतीश हमेशा से हमारे अच्छे दोस्त रहे है और वे गुजरात चुनावों में बीजेपी को हटाने में हमारी मदद करेंगे, वसावा और उनकी पार्टी का इस चुनाव में एक ही लक्ष्य है कि बीजेपी को सत्ता से हटाया जाए। वसावा और नीतीश के रिश्ते एक दूसरे से काफी अच्छे है क्योंकि वसावा पहले जेडीयू में थे, जहां वे जेडीयू के गुजरात यूनिट के अध्यक्ष रहे लेकिन जब 2017 में नीतीश कुमार ने भाजपा के गठबंधन किया तो वसावा ने जेडीयू छोड़ दी और अपनी अलग पार्टी बनाई।
गुजरात में जैसे-जैसे चुनाव की तारीखे नज़दीक आ रही है, सभी पार्टियाँ पूरी ताकत से अपने लिए प्रचार कर रही है। बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बड़े-बड़े नेता रोज़ गुजरात में कई रैलियां और रोड शो कर रहे है वही कांग्रेस भी इस मामले में पीछे नहीं है। अब देखना होगा कि गुजरात की जनता इस बार किस पार्टी को चुनती है।