आरएनए लाइव (कोलकाता डेस्क)
पं. बंगाल में तृणमूल कांग्रेस पार्टी की ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार ने एक अहम बिल जो राज्य विश्वविद्यालयों से सम्बन्धित था उस बिल को भारी बहुमत से पारित कर मुख्यमंत्री को चांसलर बनाने का रास्ता साफ कर दिया है।
इस बिल के पास होने से राज्य के विश्वविद्यालयों में राज्यपाल की जगह पर राज्य की मुख्यमंत्री ही विश्वविद्यालयों की चांसलर होगें। राज्य विधानसभा में बिल पारित होने के बाद यह प्रदेश के राज्यपाल के पास जायेगा। अब यह देखना अहम् होगा कि इस बिल पर राज्यपाल क्या निर्णय लेगे, क्योंकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य के राज्यपाल जगदीप धनखड़ में छत्तीस का आंकड़ा है।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही विश्वविद्यालयों में कुलपति की नियुक्ति को लेकर बंगाल में खींचतान की खबरें सामने आई थीं। बंगाल की ममता सरकार ने आरोप लगाया था कि राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य सरकार की सहमति के बिना कई कुलपतियों की नियुक्ति कर दी। इसलिए राज्यपाल की शक्तियां कम करने के लिए ममता सरकार ने ये बड़ा कदम उठाया है।
बता दें कि 15 जनवरी को ट्वीट कर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे।धनखड़ ने ट्वीट कर कहा था कि 25 विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को बिना चांसलर की मंजूरी लिए अवैध रूप से नियुक्त कर दिया गया। कोलकाता विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर सोनाली चक्रवर्ती को बिना किसी चयन के पूरे 4 साल का दूसरा कार्यकाल दे दिया गया है।