मौसम विभाग ने प्रदेश के 32 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है।
इन जिलों में लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बिजनौर, लखनऊ, आगरा, बदायूं, रामपुर, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर, हरदोई, पीलीभीत, बहराइच, बाराबंकी, गोंडा, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीरनगर, कुशीनगर, महाराजगंज, कानपुर, उन्नाव, रायबरेली, अमेठी, प्रतापगढ़, जौनपुर, सुल्तानपुर, अयोध्या, अबंडेकरनगर, आजमगढ़, गोरखपुर, मऊ, चंदौली, वाराणसी हैं
इन जिलों में गरज-चमक के साथ पानी बरस सकता है।
3 दिशाओं से उठ रही हवाओं का दिखा इस साल मानसून पर असर
उत्तर प्रदेश में मानसून कमजोर था इसके पीछे मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अलग-अलग दिशाओं से उठ रही हवाओं की वजह से नमी न बन पाना बड़ा कारण था। आंचलिक विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता बताते हैं कि बंगाल की खाड़ी से उठ रहे चक्रवात और अरब सागर से उठ रही सर्द हवाओं की वजह अक्सर मानसून बनने वाली नमी एक दूसरे में टकरा जाती।
जिसकी वजह से बारिश होने के अलर्ट भी कई बार फेल हुए।
राजस्थान की दिशा से उतरी हवाओं की वजह से भी कई बार उत्तर प्रदेश में मानसून की बारिश का अनुमान फेल हुआ।
जिसकी वजह से इस साल मानसून कमजोर रहा।
लखनऊ में बुधवार को भी बारिश का सिलसिला जारी रहा।
यहां मंगलवार शाम से लगातार बारिश हो रही है।
पानी बरसने से लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली है।
मौसम निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक, बारिश का ये दौर अगले 4 दिन तक जारी रह सकता है।
वहीं, लगातार बारिश से शहर में कई जगह जलभराव भी देखने को मिला।
शहर में आज अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
वाराणसी में आधी रात हुई रिकॉर्ड तोड़ 66 मिमी बारिश
वाराणसी में आज आधी रात मानसून की सबसे ताबड़तोड़ बारिश हुई। मौसम विज्ञान विभाग, बाबतपुर और काशी हिंदू विश्वविद्यालय के अनुसार एक रात में रिकॉर्ड तोड़ 66 मिलीमीटर बरसात हुई। विभाग की माने तो आज रात की बारिश ने सितंबर के बारिश के कोटे को पूरा कर दिया है।
बिजली चमकने और बादल कड़कने के साथ काशी में मूसलाधार बरसात हुई। एक ही बार में इतनी ज्यादा बारिश लोगों को चौका दिया है। यदि आज दिन या रात में बारिश हुई तो सितंबर महीने में बारिश का 10 साल का रिकॉर्ड टूट सकता है।
वाराणसी में रात करीब 2-3 घंटे तक बारिश रूकी ही नहीं।
उस दौरान हवा 15 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चल रही थी।