परिजनों से मिलकर छलका दर्द, पिता ने जताया सरकार का आभार
लखनऊ। यूक्रेन पर रूस का हमला एक सप्ताह से अधिक दिनों से जारी है। इस दौरान भारत से एमबीबीएस की पढ़ाई करने वहां गए हजारों भारतीय छात्र फंसे हैं। इन छात्रों को सकुशल निकालने के लिए भारतीय सरकार ने मिशन गंगा अभियान चला रखा है। इसके तहत देश के कोने-कोने से हजारों की संख्या में फंसे भारतीय छात्रों की सकुशल वापसी कराई जा चुकी है। वहीं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी 60 छात्र अपने घर लौट चुके हैं। इनमें से एक छात्र बक्शी का तालाब स्थित रेवांमऊ गांव के राजकिशोर सिंह के सुपुत्र अनुभव सिंह भी शामिल हैं। वे एमबीबीएस तृतीय वर्ष का छात्र हैं।
अनुभव के घर वापसी पर खुश पिता ने हमारे चैनल को दिए साक्षात्कार में सरकार के कदम की सराहना कर आभार व्यक्त किया है। उन्होंने अब बच्चे के डॉक्टर बनने के सपने को पूरा करने की उम्मीद सरकार से जताई है। उनका कहना है कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए सरकार को आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
अनुभव के मुताबिक यूक्रेन की राजधानी कीव में जारी भीषण हमले के दौरान वे वहां फंस गए थे। सोशल मीडिया के माध्यम से उन्होंने भारतीय दूतावास से संपर्क किया। इसके बाद वहां बुलाया गया। दूतावास में दो दिन ठहरने के बाद अनुभव को अन्य भारतीय छात्रों के साथ एयरलिफ्ट कराया गया।