मिश्रिख (सीतापुर), मालूम हो कि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री-स्वास्थ्य मंत्री का गृह जनपद हरदोई होने के बाबजूद भी सरकारी अस्पताल में जनपद निवासी मरीज को दवा के बजाय गालियां दी जा रहीं हैं!
य़ह बाकया हुआ मोहिनी के साथ जिनके पति का नाम रंजीत है. जो निवासी हैं रोहापार (हरदोई) के और मायका गोहरी- मिश्रिख (सीतापुर) में है.
मरीज और परिजनों के अनुसार बीते दिनों महर्षि दधीचि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र,मिश्रिख में प्रसव का सफल ऑपरेशन होने पर वार्ड में शिफ्ट किया गया था.
रात में ड्यूटी पर नर्स नीलम मौर्या और रीता सिंह थी. रात में अत्याधिक पीड़ा होने पर नर्सों को बताया तो “उन्होंने गालियां दी और कहा कि सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन क्यूँ कराती हो.” मरीज के परिजनों ने उपरोक्त आरोप लगाते हुए बताया कि,”हमने तबहूँ कहो कि साहब देखि लेयो चलिके पई नाई देखन रहै तउ नाई देखू, एकू पिरायवट लड़कीनिनि देखो”.
वर्षों से तैनात स्वास्थ्य केंद्र पर नर्स सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं पर पलीता लगा रहीं हैं जिससे आम जनता सरकारी अस्पतालों में गाली खाकर इलाज कराने पर मजबूर है.