डॉ. इन्द्रेश मिश्रा राजनीति के द्वारा प्राप्त संवैधानिक पद सिर्फ और सिर्फ पार्टीगत चुनाव प्रचार के लिए होता जा रहा है, न कि पद की जिम्मेदारियों के निर्वहन हेतु यह कितना उचित है सोचने वाली बात है। जबकि यही पक्ष-विपक्ष के विधान निर्माता संविधान की शपथ लेते समय जाति, धर्म-सम्प्रदाय से परे हटकर देशहित को […]